Saturday, January 12, 2019

शोभना सम्मान-2019 का हुआ आयोजन

 

    शोभना सम्मान-2019 समारोह का आयोजन आज दिनांक 12 जनवरी, 2019 को को गाँधी शांति प्रतिष्ठान, दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, निकट तिलक ब्रिज, आई.टी.oओ., नई दिल्ली के सभागार में सायं 5:30 बजे से रात्रि 9 बजे के बीच किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व माँ सरस्वती को माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण के साथ हुआ. सर्वप्रथम सुप्रसिद्ध युवा साहित्यकार सुमित प्रताप सिंह की आठवीं पुस्तक व पहले हास्य व्यंग्य उपन्यास ‘जैसे थे’ का लोकार्पण किया गया तत्पश्चात शोभना सम्मान-2019 का वितरण किया गया. हर वर्ष की भांति इस बार भी देश के गिने-चुने व्यक्तियों को शोभना सम्मान से विभूषित किया गया. इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. लक्ष्मी शंकर वाजपेयी ने तथा मुख्य अतिथि रहे वरिष्ठ साहित्यकार श्री श्रीकांत सक्सेना। समारोह के विशिष्ट अतिथि क्रमशः डॉ. रवि शर्मा (सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं शिक्षाविद), डॉ. हरीश अरोड़ा (सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं आलोचक) एवं श्री गौरव त्रिपाठी (चर्चित युवा व्यंग्यकार) रहे। इसका संयोजन समाजसेवक श्री सुरेश सिंह तोमर का रहा तथा सानिध्य रहा शोभना वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्षा श्रीमती शोभना तोमर का। कार्यक्रम का संचालन सुमित प्रताप सिंह किया। इस अवसर पर श्री नरेंद्र नाथ त्रिपाठी, श्री सुयश कुमार द्विवेदी, श्री गिरीश कुमार सिंह, डॉ. कुश चतुर्वेदी एवं श्री राम मनोहर मिश्रा ने सुमित को उनकी आठवीं पुस्तक हेतु शुभकामनाएँ प्रदान करते हुए अपने विचार रखे. विशिष्ट अतिथि श्री गौरव त्रिपाठी ने कहा कि सुमित का हास्य व्यंग्य उपन्यास उन्होंने पढ़ा है और उनके इस उपन्यास के पात्र व कहानी दोनों बेहद रोचक लगे. विशिष्ट अतिथि डॉ. हरीश अरोड़ा ने सुमित को शुभकामनाएँ देते हुए यूँ ही निरंतर लेखन करते रहने के लिए कहा। विशिष्ट अतिथि डॉ. रवि शर्मा ने कहा कि उपन्यास लिखना भी अपने-आप में एक चुनौती है। उपन्यास लिखते समय आपको उसके कहानी संसार में बिलकुल डूबना पड़ता है। इसलिए उन्होंने अब उपन्यास नहीं लिख पाया है। मुख्य अतिथि श्री श्रीकांत सक्सेना ने अपने विचार रखते हुए कहा कि उन्होंने सुमित के उपन्यास को पढ़ा और उसे पढ़कर काफी आनंद आया। उन्होंने बताया कि सुमित की एक अपनी लेखन शैली है और इस उपन्यास में रामचंद्र की घोड़ी प्रकरण को पढ़कर लगा कि सुमित फिल्म लेखन में सफल हो सकते हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष ने भी सुमित को अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की। इस अवसर पर धैर्य प्रताप, सुभाष चंदर, सुनीता शानू, शिखर तिवारी, जैतून खान, इरफ़ान इत्यादि लेखक व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।

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